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सामाजिक विज्ञान (भूगोल कक्षा 9 वी) पाठ – मानचित्रण और मानचित्र का अध्ययन

भारत का राजनीतिक मानचित्र भारत का राजनीतिक मानचित्र जिसमें राज्यों की सीमाएँ, प्रमुख शहर और पड़ोसी देश दर्शाए गए हैं।

   

  सामाजिक विज्ञान  (भूगोल)   

पाठ – मानचित्रण और मानचित्र का अध्ययन 


पाठ में दिये गये प्रश्न
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए -


प्रश्न 1. उत्तर दिशा के कितने प्रकार हैं ?

उत्तर- उत्तर दिशा के तीन प्रकार हैं-

(1) भौगोलिक या वास्तविक उत्तर, 

(2) चुम्बकीय उत्तर,

(3) ग्रिड उत्तर।

प्रश्न 2. नीचे दिये गए भारत के मानचित्र को देखकर निम्न प्रश्नों के उत्तर लिखिए -


भारत का प्राकृतिक मानचित्र भारत का भौगोलिक मानचित्र जिसमें नदियाँ, पर्वत, पठार, समुद्र और ऊँचाई प्रदर्शित की गई है।




प्रश्न 1. हिमाचल प्रदेश राजस्थान के किस दिशा में है?

उत्तर- हिमाचल प्रदेश राजस्थान के उत्तर-पूर्व दिशा में है।

प्रश्न 2. छत्तीसगढ़ के किस दिशा में गुजरात है ?

उत्तर- छत्तीसगढ़ के पश्चिम दिशा में गुजरात है।

प्रश्न 3. छत्तीसगढ़ के किस दिशा में नेपाल है ?

उत्तर-उत्तर दिशा में।

प्रश्न 4. उत्तराखण्ड के किस दिशा में नेपाल है ?

उत्तर-पूर्व दिशा में।

प्रश्न 5. नेपाल अरुणाचल प्रदेश के किस दिशा में है?

उत्तर-पश्चिम दिशा में।

प्रश्न 6. पाकिस्तान, गुजरात के किस दिशा में है ?

उत्तर-पश्चिम दिशा में।

प्रश्न 7. चीन, जम्मू-कश्मीर के किस दिशा में है ?

उत्तर-उत्तर-पूर्व दिशा में।

प्रश्न 8. श्रीलंका, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के किस दिशा में है ?

उत्तर-दक्षिण-पश्चिम दिशा में।

प्रश्न 9. कन्याकुमारी से श्रीलंका किस दिशा में है ?

उत्तर- पूर्व दिशा में।

प्रश्न 10.बांग्लादेश मणिपुर के किस दिशा में है?

उत्तर- पश्चिम दिशा में।

प्रश्न 3. पैमाना से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- धरातल पर दो स्थानों के बीच की वास्तविक दूरी एवं मानचित्र पर उन्हीं दो स्थानों की दूरी के अनुपात को मापक कहते हैं।

प्रश्न 4. मानचित्र में पैमाना के उपयोग के कितने प्रकार हैं?

उत्तर- मानचित्र में पैमाना के उपयोग के तीन प्रकार हैं- 

(1)कथनात्मक, 

(2)रेखीय 

(3) प्रदर्शक भिन्न।

प्रश्न 5. यदि दो स्थानों के बीच की दूरी 50 कि.मी. है, तो पैमाने (1 से.मी. =10 कि.मी.) के अनुसार मानचित्र पर वही दूरी कितनी होगी ?

उत्तर- 5 से.मी. ।

प्रश्न 6. नीचे दिए गए प्रतिनिधि भिन्न को कथनात्मक पैमाने में बदलें -

उत्तर – 1:50,000 (1 से.मी. प्रतिनिधित्व करता है 0-5 कि.मी.)

 1:1,00,000 (1 से.मी. प्रतिनिधित्व करता है 1 कि.मी.)

 1:1,34,000 (1 से.मी. प्रतिनिधित्व करता है 1.34 कि.मी.)

 1:15,00,000 (1 से.मी, प्रतिनिधित्व करता है 15 कि.मी.)

 1:5,00,00,000 (1 से.मी. प्रतिनिधित्व करता है 500 कि.मी. )

 1:2,56,70,000 (1 से.मी. प्रतिनिधित्व करता है 25-67 कि.मी. )

प्रश्न 7. रूढ़ चिन्हों से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर - पृथ्वी के किसी भी क्षेत्र को छोटे रूप में एक समतल मानचित्र पर दिखाया जाता है. भू-भाग की सभी विशेषताओं को दर्शाने के लिए कुछ विशेष प्रतीक चिन्हों का उपयोग होता है, जिन्हें रूढ़ चिन्ह (Conventional Symbols) कहते हैं। इन रूढ़ चिन्हों की अंतर्राष्ट्रीय समझौतों के तहत सभी देशों में एक समान उपयोग होता है तथा चिन्ह आपको वही जानकारी देंगे।

प्रश्न 8. निम्नलिखित के प्रतीक चिन्ह बनाइए -

पक्की सड़क, कुआँ, अधिवास (ग्रामीण व नगरीय), कब्रिस्तान ।

उत्तर-

मानचित्र में उपयोग होने वाले प्रतीक चिन्ह जैसे पक्की सड़क, कुआँ, अधिवास (ग्रामीण व नगरीय), और कब्रिस्तान को दर्शाता चित्र।"


प्रश्न 9. राजनीतिक मानचित्र किसे कहते हैं ?

उत्तर- राजनीतिक मानचित्र वह है जो किसी देश, राज्य, शहर या पूरे विश्व में विभिन्न देशों की सीमाओं को स्पष्ट रूप से दिखाता है. उस मानचित्र को राजनीतिक मानचित्र कहते हैं।

प्रश्न 10. विषयगत या थिमैटिक मानचित्र से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर - मानचित्र, जो किसी वस्तु विशेष की जानकारी प्रदान करते हैं, उन्हें थिमैटिक मानचित्र कहते हैं।

प्रश्न 11.मानचित्र में उच्चावच दर्शाने के लिए किन विधियों का प्रयोग किया जाता है ।

उत्तर – मानचित्रों पर उच्चावच दर्शाने के तरीके

भूमि की विभिन्न ऊँचाईयों और आकृतियों (उच्चावच) को मानचित्र पर दर्शाने के कई तरीके हैं। इनमें शामिल हैं:

 1.स्पॉट विधि

 2.समोच्च रेखा विधि

 3.रंग विधि

प्रश्न 12. समोच्च रेखाओं में कौन-कौन से लक्षण पाए जाते हैं?

उत्तर – समोच्च रेखाओं में निम्नलिखित प्रमुख लक्षण होती हैं:

 1. समोच्च रेखाएँ मानचित्र पर समान ऊँचाई वाले स्थानों को जोड़ती हैं।

 2.समोच्च रेखाओं का आकार और पैटर्न स्थलाकृति के ढाल और ऊँचाई को दर्शाते हैं।

 3. पास-पास खींची गई समोच्च रेखाएँ तीव्र ढाल को दर्शाती हैं, जबकि दूर-दूर खींची गई रेखाएँ मंद ढाल को दर्शाती हैं।

 4. विभिन्न ऊँचाई वाली दो समोच्च रेखाएँ कभी भी एक-दूसरे को काटती नहीं हैं।


प्रश्न 13. छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक मानचित्र का अध्ययन कीजिए और निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए–


छत्तीसगढ़ का संदर्भ मानचित्र छत्तीसगढ़ राज्य का मानचित्र जिसमें जिले, नदियाँ, सड़कों और पर्वतीय क्षेत्रों की जानकारी दी गई है।




प्रश्न 1. जशपुर और दंतेवाड़ा नगर की ऊंचाई कितनी है ?

उत्तर- जशपुर 450 मीटर और दंतेवाड़ा 400 मीटर ऊँचाई पर है।

प्रश्न 2. रायपुर की ऊँचाई कितनी है ?

उत्तर- रायपुर की ऊँचाई समुद्र सतह से 314-35 मीटर है।

प्रश्न 3. आप अपने जिला मुख्यालय की ऊँचाई बताइए ।

उत्तर- हमारे रायपुर जिला मुख्यालय की ऊँचाई 314-35 मीटर (समुद्र सतह से ऊंचाई) है।

प्रश्न 4. महानदी का उद्गम कितनी ऊँचाई से हुआ है ?

उत्तर- महानदी का उद्गम लगभग 250 मीटर की ऊँचाई से हुआ है।

प्रश्न 5.हसदो नदी किस ऊँचाई से निकलती है एवं उसके महानदी में मिलने की जगह की ऊँचाई कितनी है ?

उत्तर- हसदो नदी 500' से अधिक ऊँचाई से निकलती है। महानदी में मिलने की जगह 150' लगभग ऊँची है।


प्रश्न 14 नीचे दिए गए के उत्तर संदर्भ मानचित्र (छत्तीसगढ़) देखकर दे तथा यह भी बताए कि किस मानचित्र के अनुसार आपने उत्तर दिया है–

छत्तीसगढ़ राज्य का नक्शा – प्रशासनिक और भौगोलिक जानकारी के साथ


प्रश्न 1. रायपुर से नारायणपुर किस दिशा में है?

उत्तर- दक्षिण-पश्चिम दिशा में है।

प्रश्न 2. कोरबा से कांकेर की वास्तविक दूरी कितनी है?

उत्तर- लगभग 600 किमी. है।

प्रश्न 3. कबीरधाम से गरियाबंद किस दिशा में है?

उत्तर- दक्षिण-पूर्व दिशा में है।

प्रश्न 4. दुर्ग से रायगढ़ की वास्तविक दूरी कितनी है?

उत्तर- लगभग 400 किमी. है।

प्रश्न 5. सघन वन किन-किन जिलों में हैं?

उत्तर-सघन वन छत्तीसगढ़ के निम्नलिखित जिलों में है-

(1)  बिलासपुर,(2) गरियाबंद, (3) कांकेर,  (4) बीजापुर

(5) दंतेवाड़ा, (6)सुकमा, (7) कोरिया (8) जशपुर,


प्रश्न 6. ग्रीष्म ऋतु में औसत तापमान किन-किन जिलों में अधिक होता है तथा उनका वार्षिक औसत तापमान कितना है?

उत्तर - ग्रीष्म ऋतु में अधिकतम औसत तापमान 1.रायगढ़, 

2.अम्बिकापुर,

3.जांजगीर-चांपा, 

4.रायपुर, 

5.बिलासपुर  

6.दुर्ग 

तापमान अधिक होता है तथा इनका वार्षिक औसत तापमान 40° - 44° से. ग्रे. तक होता है।

प्रश्न 7. दुर्ग जिले की तुलना में बीजापुर में सर्वाधिक वन होने के क्या कारण हैं?

उत्तर- बीजापुर दंडकारण्य पठार में स्थित है जिसकी वजह से बीजापुर में वन अधिक है।जबकि दुर्ग जिला छत्तीसगढ़ के मैदान में स्थित है


प्रश्न 15. संदर्भ मानचित्र में भारत के राजनीतिक तथा प्राकृतिक मानचित्र का अवलोकन करते हुए निम्न बिंदुओं पर तालिका भरें-

उत्तर - 

क्र. विवरण राजनीतिक मानचित्र प्राकृतिक मानचित्र
1. सागर एवं महासागर के रंग
2. अलग-अलग राज्यों के रंग
3. राज्य की सीमा
4. देश की सीमा
5. संकेत सूची
6. पैमाना
7. किसी भी जगह की ऊँचाई पता करना
8. नदियों की जानकारी
9. धरातल का ढाल पता करना
10. पहाड़, पठार के नाम


         मानचित्र की यात्रा

पाठ में दिए गए प्रश्न


प्रश्न 1. पुराने समय में लोगों को मानचित्र की क्या जरूरत रही होगी? पुराने समय के मानचित्र कैसे रहे होंगे?

उत्तर - पुराने समय में लोगों को नए रास्ते खोजने, यात्रा करने, व्यापार करने और ज़मीन का हिसाब रखने के लिए मानचित्रों की ज़रूरत थी। उस समय बिना पैमाने के रेखाचित्रों के समान मानचित्र बनाए जाते थे।


प्रश्न 2. नक्शा निर्माताओं ने नक्शे के बीच में अपने ही देश रखे हैं – ऐसा क्यों ?

उत्तर - नक्शा बनाने वाले अपने देश को नक्शे के बीच में इसलिए रखते थे क्योंकि पुराने समय में उन्हें पूरी दुनिया की सही जानकारी नहीं थी.

उस दौर में लोगों को यह नहीं पता था कि पृथ्वी गोल है और उन्हें सिर्फ एशिया, यूरोप और अफ्रीका जैसे कुछ ही महाद्वीपों के बारे में पता था. अलग-अलग इलाकों के लोगों का आपस में बहुत ज़्यादा संपर्क भी नहीं था.

इसी वजह से, जब वे नक्शा बनाते थे, तो खुद को ही दुनिया का केंद्र मानकर दिशाएँ तय करते थे और उसी के आधार पर नक्शे बनाते थे. यह एक तरह से उनका "आत्म-केंद्रित" नज़रिया था, जहाँ वे अपनी जानी-पहचानी दुनिया को ही सबसे महत्वपूर्ण मानते थे.



प्रश्न 3. अल इदरिसी के नक्शे में ऊपर की ओर दक्षिण दिखाया है जबकि ग्रीक द्वारा तैयार किए गए नक्शे में ऊपर उत्तर को दर्शाया गया है - ऐसा क्यों।

उत्तर- मानचित्र बनाने की शुरुआत प्राचीन यूनानी भूगोलवेत्ताओं ने ईसा पूर्व 5वीं या 6वीं शताब्दी में की थी. उन्होंने खुद को केंद्र में रखकर उत्तर दिशा को ऊपर और दक्षिण को नीचे दिखाया। हालांकि, 11वीं शताब्दी में अरब के नक्शा बनाने वालों ने इसमें एक बड़ा बदलाव किया. उन्होंने मानचित्र में दक्षिण दिशा को ऊपर और उत्तर को नीचे दिखाया। अल-इदरीसी नाम के एक प्रसिद्ध अरब कार्टोग्राफर ने जिस समय मानचित्र बनाए, वह अंधकार युग (धर्मयुद्धों का दौर) था. उनके बनाए मानचित्रों में ईसाई और गैर-ईसाई ज्ञान का मिश्रण देखने को मिलता है. उस समय अरबों द्वारा कई धर्मयुद्ध लड़े जा रहे थे, और ईसाई, यहूदी और अरबी तीनों के लिए आसपास का क्षेत्र पवित्र माना जाता था. अल-इदरीसी ने मक्का को दुनिया का केंद्र माना और अपने अधिकांश मानचित्रों में दक्षिण दिशा को शीर्ष पर रखा. यह भी ध्यान देने लायक है कि उस समय के व्यावहारिक मानचित्रों में सर्वेक्षण विधियों का उपयोग नहीं किया जाता था.



प्रश्न 4. भारत का यह नक्शा (पाठ्य पुस्तक पृ. सं. 12) ब्रिटिश काल के समय का बनाया गया है। इसकी तुलना वर्तमान नक्शे से करें।

उत्तर - नक्शों के आकार और उनमें दर्शाए गए विस्तार में अक्सर बदलाव आता रहता है. उदाहरण के लिए, जब भारत का नक्शा ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था, तब उसमें आज के पाकिस्तान और बांग्लादेश भी शामिल थे. लेकिन, 15 अगस्त, 1947 के बाद बने भारत के नक्शे में पाकिस्तान और बांग्लादेश अलग देश के रूप में दिखाए गए हैं. यह बदलाव, राजनीतिक घटनाओं और देशों की सीमाओं में हुए फेरबदल को दर्शाता है.


प्रश्न 5. क्या नक्शे का इस तरह सार्वजनिक उपयोग करना एक अच्छी बात है ?

उत्तर- नक्शों का मुफ्त इस्तेमाल करना बिल्कुल ठीक है। नक्शों की मदद से हमें किसी जगह की स्थिति, भौगोलिक बनावट, वहाँ के मौसम (जलवायु) और किस तरह की वनस्पति (पेड़-पौधे) पाई जाती है, जैसी अहम जानकारी मिलती है. ये सारी बातें किसी भी क्षेत्र में विकास की नई संभावनाएँ तलाशने और उन्हें बढ़ाने में बेहद सहायक होती हैं।



प्रश्न 6. उपनिवेशिक शक्तियाँ विस्तृत नक्शे तैयार करने पर इतना जोर क्यों दिया होगा?

उत्तर- उपनिवेशों की स्थापना करने वाले देश मानचित्र निर्माण को बहुत प्राथमिकता देते थे. वे ऐसा इसलिए करते थे ताकि नए क्षेत्रों की भौगोलिक बनावट, आर्थिक संसाधनों और सामाजिक व्यवस्था को गहराई से समझा जा सके. इस विस्तृत जानकारी के दम पर, वे उन इलाकों पर अपना पूरा अधिकार जमा पाते थे और उन्हें नियंत्रित करना उनके लिए आसान हो जाता था.



प्रश्न 7. आप सुझाव दें कि नए स्कूल, कॉलेज और अस्पताल की स्थापना की योजना के विकास में नक्शे का इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं ?

उत्तर - धरातलीय मानचित्र का उपयोग करके उपरोक्त स्थलों को स्थापित किया जायेगा उसमें सूची अनुसार स्थान देखे जायेंगे- 

(1) भौगोलिक धरातल, 
(2) जल प्राप्ति, 
(3) वनस्पति, 
(4) आस-पास की मानव बस्ती, 
(5) यातायात के साधन आदि।


प्रश्न 8. नाविकों ने आरम्भ में नक्शे के निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है क्यों ?

उत्तर- एक देश से दूसरे देश की यात्रा के लिए समुद्री मार्ग सबसे अहम ज़रिया थे। नाविकों ने इन समुद्री रास्तों को खोजने और सुरक्षित यात्रा करने के लिए ही नक्शे तैयार किए। ये नक्शे उन्हें विशाल समुद्र में सही दिशा दिखाते थे और अज्ञात जलमार्गों को समझने में मदद करते थे.



प्रश्न 9. सैनिक नक्शे को युद्ध के समय में कैसे उपयोग में ला सकते हैं ?

उत्तर- सेना को जिन इलाकों में भेजा जाता है, वहाँ की भौगोलिक बनावट और दिशा की जानकारी युद्ध की तैयारी के लिए बहुत ज़रूरी होती है। सैनिकों के पास मानचित्र होने से वे युद्ध क्षेत्र को आसानी से पहचान सकते हैं और वहाँ पहुँच सकते हैं।



 भारत – एक सामान्य परिचय | India – Bharat ka ek samanya parichay

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