सामाजिक विज्ञान कक्षा 6 वीं
पृथ्वी पर स्थानों की स्थिति
महत्वपूर्ण प्रश्न
प्रश्न 1. मानचित्र क्या है और हम इसका उपयोग कैसे करते हैं? इसके मुख्य घटक क्या हैं?
उत्तर- मानचित्र पृथ्वी की सतह का एक छोटा, समतल और प्रतीकात्मक चित्रण है, जिसे कागज़ पर दर्शाया जाता है। यह किसी भू-भाग की स्थिति, आकृति, आकार, दिशा और दूरी को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण साधन है। मानचित्र की सहायता से हम विभिन्न स्थानों, देशों, नदियों, पर्वतों, सड़कों और शहरों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह भूगोल, यात्रा, सैन्य योजना, मौसम संबंधी अध्ययनों, कृषि और प्रशासनिक कार्यों में अत्यंत उपयोगी होता है।
मानचित्र के मुख्य घटक निम्नलिखित हैं:
1. शीर्षक (Title): यह बताता है कि मानचित्र किस विषय से संबंधित है।
2. दिशा (Direction): यह उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम की जानकारी प्रदान करता है, जिसमें अक्सर उत्तर दिशा मानचित्र में ऊपर की ओर होती है।
3. मापक (Scale): यह मानचित्र पर दर्शाई गई दूरी और वास्तविक दूरी के अनुपात को बताता है, जिससे वास्तविक दूरी को मापा जा सके।
4. प्रतीक चिन्ह (Symbols): ये विभिन्न भौगोलिक और मानवीय विशेषताओं को सरल संकेतों के माध्यम से दर्शाते हैं।
5. रंग (Colours): इनका उपयोग विभिन्न भौगोलिक तत्वों को दर्शाने के लिए किया जाता है, जैसे नीला रंग जल निकायों के लिए।
प्रश्न 2. निर्देशांक क्या हैं? पृथ्वी पर किसी स्थान को चिह्नित करने के लिए अक्षांश और देशांतर का उपयोग कैसे किया जा सकता है?
उत्तर- निर्देशांक (Coordinates) संख्यात्मक मानों का एक समूह हैं जिनकी मदद से पृथ्वी पर किसी भी स्थान की सटीक भौगोलिक स्थिति निर्धारित की जा सकती है। ये निर्देशांक दो प्रकार की काल्पनिक रेखाओं पर आधारित होते हैं: अक्षांश (Latitude) और देशांतर (Longitude)। अक्षांश रेखाएँ क्षैतिज होती हैं, जिन्हें भूमध्य रेखा (Equator) से उत्तर और दक्षिण की ओर कोणीय दूरी के रूप में मापा जाता है। ये 0° से 90° उत्तर (N) या दक्षिण (S) तक होती हैं। देशांतर रेखाएँ लंबवत होती हैं, जिन्हें प्रधान देशांतर (Prime Meridian - 0°) से पूर्व और पश्चिम की ओर कोणीय दूरी के रूप में मापा जाता है, और ये 180° तक जाती हैं। जब किसी स्थान का अक्षांश और देशांतर दोनों मान ज्ञात होते हैं, तो उसे मानचित्र या ग्लोब पर आसानी से पहचाना और इंगित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, दिल्ली लगभग 28.6°N अक्षांश और 77.2°E देशांतर पर स्थित है। इस प्रकार, अक्षांश और देशांतर मिलकर किसी भी स्थान का अद्वितीय निर्देशांक बनाते हैं, जिससे उस स्थान की सटीक पहचान संभव हो पाती है।
प्रश्न 3. देशांतर से स्थानीय समय और मानक समय कैसे संबंध है?
उत्तर- देशांतर रेखाएँ पृथ्वी की सतह पर खींची गई काल्पनिक लंबवत रेखाएँ हैं जो उत्तरी और दक्षिणी ध्रुव को जोड़ती हैं। समय की गणना इन्हीं देशांतर रेखाओं के आधार पर की जाती है क्योंकि पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है। पृथ्वी 24 घंटे में 360° घूमती है, जिसका अर्थ है कि प्रत्येक 15° देशांतर पर लगभग 1 घंटे समय का अंतर होता है। जिस देशांतर रेखा पर सूर्य ठीक सिर के ऊपर होता है, वहाँ दोपहर के 12 बजे का स्थानीय समय माना जाता है।
1. स्थानीय समय (Local Time): यह प्रत्येक स्थान का अपना विशिष्ट समय होता है जो उस स्थान के देशांतर पर आधारित होता है।
2. मानक समय (Standard Time): यह पूरे देश या किसी बड़े क्षेत्र के लिए एक समान समय निर्धारित करने हेतु एक केंद्रीय देशांतर रेखा पर आधारित होता है।
भारत का मानक समय 82.5° पूर्व देशांतर पर आधारित है जिसे भारतीय मानक समय (IST) कहा जाता है। यह ग्रीनविच मानक समय (GMT) से 5 घंटे 30 मिनट आगे है। इस प्रकार, देशांतर समय निर्धारण का एक महत्वपूर्ण आधार है और यह स्थानीय तथा मानक समय दोनों के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
आइए पता लगाएँ
प्रश्न 1. चिकित्सालय को अंकित कीजिए।
उत्तर- चित्र 1.1 में जहाँ पर "+" का चिन्ह या अस्पताल का प्रतीक चिन्ह है, वहाँ पर चिकित्सालय स्थित है। इसे मानचित्र पर पहचान कर घेरा बनाकर अंकित करें।
प्रश्न 2. नीले रंग से दिखाए गए क्षेत्र क्या दर्शा रहे हैं?
उत्तर- मानचित्रों में प्रायः नीला रंग जल निकायों जैसे नदियों, झीलों, तालाबों आदि को दर्शाता है। अत, नीले रंग से प्रदर्शित क्षेत्र संभवतः कोई नदी, तालाब अथवा जलाशय हो सकता है।
प्रश्न 3. विद्यालय, नगर पंचायत या सार्वजनिक उद्यान में से रेलवे स्टेशन से कौन-सा स्थान सबसे अधिक दूरी पर है?
उत्तर- चित्र 1.1 के अनुसार, रेलवे स्टेशन से सबसे अधिक दूरी पर स्थित स्थान ही उत्तर होगा। उदाहरण के तौर पर, यदि सार्वजनिक उद्यान रेलवे स्टेशन से मानचित्र में सबसे दूर है, तो उत्तर होगा- सार्वजनिक उद्यान रेलवे स्टेशन से सर्वाधिक दूरी पर स्थित है।
प्रश्न 4. कक्षा के एक क्रियाकलाप के रूप में तीन या चार विद्यार्थियों के अलग-अलग समूह बनाइए। प्रत्येक समूह से अपने विद्यालय तथा उस तक जाने वाले कुछ मार्गों और पड़ोस के भवनों का मानचित्र बनाने को कहिए। अंत में सभी मानचित्रों की तुलना कीजिए और उन पर चर्चा कीजिए।
उत्तर- इस गतिविधि के अंतर्गत, कक्षा को तीन या चार समूहों में विभाजित किया जाएगा। प्रत्येक समूह को अपने विद्यालय परिसर का एक साधारण मानचित्र बनाना होगा, जिसमें विद्यालय की मुख्य इमारत, कक्षाएँ, पुस्तकालय, प्रयोगशाला, खेल का मैदान, पानी के स्रोत, शौचालय और कार्यालय जैसे महत्वपूर्ण स्थान दर्शाए जाएँगे। इसके अतिरिक्त, छात्रों को विद्यालय तक पहुँचने वाले मार्ग और प्रवेश द्वार भी मानचित्र में स्पष्ट रूप से चिह्नित करने होंगे। मानचित्र बनाते समय, प्रत्येक समूह को प्रतीक चिह्नों, दिशा-संकेत (जैसे उत्तर दिशा), और पैमाने (स्केल) का भी उपयोग करना चाहिए। जब सभी समूह अपने-अपने मानचित्र तैयार कर लेंगे, तो कक्षा में उनकी तुलना की जाएगी। इस तुलना के माध्यम से यह देखा जाएगा कि किस समूह ने स्थानों को सही स्थिति में दर्शाया है, किसने दूरी और दिशा का सटीक अनुमान लगाया है, और किसका मानचित्र सबसे स्पष्ट और यथार्थवादी है। यह प्रक्रिया छात्रों में अवलोकन कौशल, टीम वर्क और स्थानिक समझ विकसित करती है।
आइए पता लगाएँ
प्रश्न 1. किसी विद्यालय के खेल-मैदान का एक साधारण मानचित्र बनाइए। मान लीजिए कि यह 40 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा आयताकार क्षेत्र है। इसे अपने रूलर की सहायता से 1 सेमी =10 मीटर के स्केल पर सटीक ढंग से खीचिये।
उत्तर- यदि 1 सेंटीमीटर = 10 मीटर के बराबर माना जाता है, तो 40 मीटर = 4 सेंटीमीटर के बराबर होगा और 30 मीटर = 3 सेंटीमीटर के बराबर होगा। अतः, मानचित्र पर एक आयत बनाएँ जिसकी लंबाई 4 सेमी और चौड़ाई 3 सेमी हो। यह आपके विद्यालय के खेल के मैदान का पैमाने के अनुसार प्रतिनिधित्व होगा।
प्रश्न 2. अब इस आयताकार क्षेत्र के विकर्ण को मापिए। आपके द्वारा की गई माप कितने सेंटीमीटर की है? स्केल की सहायता से खेल मैदान के विकर्ण की वास्तविक लम्बाई की मीटर में गणना कीजिये।
उत्तर-
उत्तर:
आयताकार खेल मैदान के मानचित्र में 1 सेंटीमीटर को 10 मीटर के पैमाने पर दर्शाया गया है। मानचित्र पर खेल के मैदान की लंबाई 4 सेंटीमीटर और चौड़ाई 3 सेंटीमीटर है।
अब विकर्ण की माप के लिए गणित के सूत्र √(लम्बाई² + चौड़ाई²) का प्रयोग किया जाता है।
इस सूत्र के अनुसार:
विकर्ण = √(4² + 3²)
= √(16 + 9)
= √25
= 5 सेंटीमीटर
मानचित्र पर विकर्ण की लंबाई 5 सेंटीमीटर होगी।
अब जब स्केल के अनुसार 1 सेंटीमीटर = 10 मीटर माना गया है, तो:
विकर्ण की वास्तविक लंबाई = 5 × 10 = 50 मीटर
इस प्रकार, स्केल की सहायता से हम यह जान सकते हैं कि खेल-मैदान का विकर्ण 50 मीटर लंबा है।
इससे हमें यह समझने में मदद मिलती है कि मानचित्र पर दी गई आकृतियाँ वास्तविक जीवन में कितनी दूरी या क्षेत्र को दर्शाती हैं।
प्रश्न 3. लघु नगर के मानचित्र (चित्र 1.1) पर पुनः विचार कीजिए। नीचे दी गई सूची में सही और गलत कथनों की पहचान कीजिए।
1. बाजार, चिकित्सालय के उत्तर में है।
उत्तर- गलत - बाजार, चिकित्सालय के दक्षिण में है।
2.संग्रहालय, बैंक के दक्षिण-पूर्व में है।
उत्तर- गलत - संग्रहालय, बैंक के दक्षिण में है।
3. रेल्वे स्टेशन, चिकित्सालय के उत्तर-पश्चिम में है।
उत्तर- सही- रेल्वे स्टेशन, चिकित्सालय के उत्तर-पश्चिम में है।
4.झील, आवासीय भवन के उत्तर-पश्चिम में है।
उत्तर- गलत- झील, आवासीय भवन के दक्षिण-पश्चिम में है।
प्रश्न 4. अपने विद्यालय को प्रारंभिक बिंदु मानते हुए, क्या आप जानते हैं कि आपका घर लगभग किस दिशा में स्थित है? अपने शिक्षक और माता-पिता से चर्चा कीजिए।
उत्तर- (1) विद्यालय के बाहर आएं: विद्यालय के मुख्य द्वार पर या किसी ऐसी जगह खड़े हों जहाँ से आप स्पष्ट रूप से सूर्य को देख सकें।
(2) सूर्य की दिशा देखें: अब देखें कि सूर्य किस ओर है। मान लीजिए कि सुबह का समय है और सूर्य आपके सामने से उग रहा है, तो आपके सामने की दिशा पूर्व होगी।
(3) अन्य दिशाएँ तय करें: एक बार जब आप पूर्व की पहचान कर लेते हैं, तो अन्य दिशाएँ निर्धारित करना आसान हो जाता है। आपके पीछे पश्चिम, आपके बाईं ओर उत्तर और आपके दाईं ओर दक्षिण होगा।
आइए पता लगाएं
प्रश्न- अपने घर, विद्यालय और कुछ अन्य महत्वपूर्ण भू-चिन्हों सहित अपने स्थान या अपने गाँव का एक मानचित्र बनाइए। चतुर्दिश (उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम) को दर्शाइए और दर्शाई गई कुछ महत्वपूर्ण आकृतियों को अंकित करने के लिए कुछ चिन्हों का उपयोग कीजिए जो चित्र 1.2 में दर्शाए गए हैं।
आइए पता लगाएँ
प्रश्न- यदि आपके काले पक्ष की ओर से खेलना हो और उसी विधि से प्रत्युत्तर देना हो, तो इन्ही नियमों का उपयोग करते हुए अपनी चाल लिखिए।
उत्तर- यदि हम काले पक्ष से खेल रहे हैं और पहले से सफेद पक्ष ने चाल घ2 से घ4 चली है, तो काले पक्ष की ओर से हम भी निर्देशांक प्रणाली का उपयोग करके अपनी चाल इस प्रकार लिख सकते हैं चाल घ7 → घ5. (घ ) 7 वह स्थान है जहाँ काले का प्यादा (pawn) शुरुआत में होता है।( घ) 5 वह स्थान है जहाँ वह प्यादा दो घर आगे बढ़ता है।
इस तरह शतरंज में वर्ण (क से ज) और अंकों (1 से 8) के संयोजन से अपनी चालों को सटीक रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जैसे मानचित्र में अक्षांश और देशांतर के संयोजन से स्थान बताए जाते हैं।
आइए पता लगाएँ
प्रश्न- यदि आपकी कक्षा में ग्लोब या मानचित्रावली में स्पष्ट रूप से अक्षांश और देशांतर अंकित है, तो (1) मुंबई (2) कोलकाता (3) सिंगापुर और (4) पेरिस के अक्षांश और देशांतर के लगभग मान को लिखने का प्रयास कीजिए।
उत्तर- दिए गए चारों स्थानों के लगभग अक्षांश और देशांतर मान हैं, जिन्हें आप ग्लोब या मानचित्र में देख सकते हैं-
📍 स्थान और उनके अक्षांश-देशांतर
स्थान | अक्षांश (Latitude) | देशांतर (Longitude) |
---|---|---|
मुंबई | 19° उत्तर | 72.8° पूर्व |
कोलकाता | 22.5° उत्तर | 88.3° पूर्व |
सिंगापुर | 1.3° उत्तर | 103.8° पूर्व |
पेरिस | 48.8° उत्तर | 2.3° पूर्व |
आइए पता लगाएँ
प्रश्न 1. एक दिन ढलती दोपहर में दो मित्र एक पोरबंदर (गुजरात) में और दूसरा तिनसुकिया (असम) में बैठे हुए फोन पर बातचीत कर रहे थे। तिनसुकिया वाला मित्र कहता है कि असम में सूर्यास्त हो गया है और अब अंधेरा है, जबकि पोरबंदर वाला मित्र चकित होकर कहता है- "लेकिन यहाँ तो अभी भी दिन का प्रकाश है।" बताइए ऐसा क्यों है और कक्षा की एक गतिविधि के रूप में इन दो शहरों के बीच स्थानीय समय के अंतर की गणना कीजिए।
(संकेत- पोरबंदर और तिनसुकिया के बीच देशांतर में 30° के अंतर पर विचार कीजिए और इसके बाद आप उचित मान प्राप्त कर सकते हैं।
उत्तर- पृथ्वी अपनी धुरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है। इस घूर्णन के कारण, सूर्योदय और सूर्यास्त अलग-अलग देशांतरों पर अलग-अलग समय पर होते हैं। जब पूर्वी हिस्से में सूर्य की किरणें सीधी पड़ती हैं और सूर्यास्त हो जाता है, तब तक पश्चिमी हिस्से में सूर्य की किरणें सीधी पड़ रही होती हैं, इसलिए वहाँ दिन का प्रकाश बना रहता है।
तिनसुकिया, असम में, भारत के सबसे पूर्वी छोर पर स्थित है, जबकि पोरबंदर, गुजरात में, पश्चिमी छोर पर स्थित है। चूंकि तिनसुकिया पूर्व में है, वहाँ सूरज पहले उगता है और पहले अस्त होता है। यही कारण है कि जब तिनसुकिया में अंधेरा हो चुका होता है, पोरबंदर में अभी भी दिन का प्रकाश रहता है।
स्थानीय समय के अंतर की गणना
🟢 2. पोरबंदर और तिनसुकिया के बीच स्थानीय समय का अंतर
➡️ देशांतर (Longitude) में अंतर = 30°
➡️ पृथ्वी पर हर 1° देशांतर का समय अंतर = 4 मिनट
इसलिए,
➡️ 30° × 4 मिनट = 120 मिनट = 2 घंटे
🔸 निष्कर्ष:
तिनसुकिया का समय, पोरबंदर से 2 घंटे आगे होता है।
प्रश्न 2. गुजरात और असम में बैठे दो मित्र पुनः चर्चा करते हैं। इस उदाहरण का उपयोग स्थानीय समय और मानक समय के अंतर को स्पष्ट करने के लिए कीजिए।
उत्तर- स्थानीय समय किसी स्थान के देशांतर पर आधारित होता है। असम और गुजरात भारत के दो अलग-अलग छोरों पर स्थित हैं, इसलिए उनके देशांतर में अंतर है और स्थानीय समय में भी अंतर होता है। लेकिन पूरे देश में एक समान समय लागू करने के लिए भारत ने 82.5°E देशांतर को मानक देशांतर के रूप में लिया है। इसे भारतीय मानक समय (IST) कहा जाता है।
असम और गुजरात में स्थानीय समय अलग होते हुए भी दोनों स्थान IST का पालन करते हैं। IST, ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) से 5 घंटे 30 मिनट आगे होता
निष्कर्ष- असम और गुजरात का स्थानीय समय अलग है। लेकिन मानक समय (IST) पूरे देश के लिए समान है।
प्रश्न, क्रियाकलाप और परियोजनाएँ
प्रश्न 1. इस पाठ्य-पुस्तक के पृष्ठ 10 और अध्याय 5 में चित्र 5.2 के सन्दर्भ में, 2.5 सेमी. = 500 किमी. का पैमाना लेते हुए, नर्मदा नदी के मुहाने से गंगा नदी के मुहाने तक की वास्तविक दूरी की गणना कीजिए।
(संकेत- मानचित्र पर अपनी माप को एक सरल संख्या में पूर्णाकित कीजिए।)
उत्तर- चूँकि मानचित्र पर 2.5 सेमी. वास्तविक जीवन में 500 किमी. का प्रतिनिधित्व करता है, मानचित्र पर 1 सेमी. = 200 किमी. (500 किमी./2.5 सेमी.) का प्रतिनिधित्व करता है इसलिए दोनों नदियों के बीच वास्तविक दूरी 10 सेमी.×200 किमी./सेमी. = 2000 किमी. है।
प्रश्न 2. जब लन्दन में दोपहर 12 बजे का समय होता है, तो उसी भारत में सायं के 5:30 बजते हैं, क्यों ?
उत्तर- यह समय अंतर पृथ्वी के घूमने और विभिन्न देशों के अलग-अलग समय क्षेत्रों (Time Zones) में स्थित होने के कारण होता है।
जब लंदन में दोपहर के 12 बजे होते हैं, तो भारत में शाम के 5:30 बजे होते हैं क्योंकि भारत और लंदन के मानक समय (Standard Time) में 5 घंटे 30 मिनट का अंतर है।
🟢 ऐसा क्यों होता है?
यह अंतर पृथ्वी के घूर्णन और देशांतर रेखाओं (Longitudes) के कारण होता है।
पृथ्वी 360° पर घूमती है और इसमें 24 घंटे लगते हैं।
इसलिए हर 15° देशांतर पर समय में 1 घंटे का अंतर आता है।
लंदन का मानक देशांतर है 0° (ग्रीनविच रेखा – GMT)।
भारत का मानक समय 82.5° पूर्वी देशांतर पर आधारित है।
अब समय का अंतर निकालते हैं:
82.5° × 4 मिनट = 330 मिनट = 5 घंटे 30 मिनट
इसलिए भारत का समय, लंदन (GMT) से 5 घंटे 30 मिनट आगे होता है।
प्रश्न 3. हमें मानचित्र में प्रतीक चिह्नों और रंगों की आवश्यकता क्यों होती है ?
उत्तर- चिह्न (Symbols)- मानचित्र पर विभिन्न स्थानों, जैसे कि स्कूल, अस्पताल, पार्क या रेलवे स्टेशन को दर्शाने के लिए विशिष्ट चिह्नों का उपयोग किया जाता है।
ये चिह्न हमें इन स्थानों को आसानी से पहचानने और उनकी स्थिति समझने में मदद करते हैं।रंग (Colours)-विभिन्न प्रकार के इलाकों को दर्शाने के लिए रंगों का उपयोग किया जाता है।जैसे कि पानी (नीला रंग), जंगल (हरा रंग) या शहरी क्षेत्र (भूरा या रंग)।रंगों से हमें मानचित्र पर विभिन्न प्रकार के इलाकों को अलग-अलग पहचानने में मदद मिलती है।
प्रश्न 4. आपके घर या विद्यालय की आठ दिशाओं में क्या-क्या स्थित है? पता लगाइए।
उत्तर-छात्र स्वयं करें।
प्रश्न 5. स्थानीय समय और मानक समय के बीच क्या अन्तर है? समूहों में चर्चा कीजिए और फिर प्रत्येक समूह 100-150 शब्दो तक का एक उत्तर लिखें। उत्तरों की तुलना कीजिए।
उत्तर-स्थानीय समय-यह किसी स्थान पर सूर्य की गति से निर्धारित समय है।
हर देशान्तर पर स्थानीय समय अलग होगा, क्योंकि सूर्य पृथ्वी पर अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग समय पर दिखाई देता है।जैसे भारत का पूर्वी भाग, पश्चिमी भाग की तुलना में थोड़ा आगे होगा।मानक समय-यह एक समय क्षेत्र के लिए निर्धारित समय है एक ही समय क्षेत्र के भीतर सभी स्थानों का समय समान होगा चाहे वे कितने भी दूर क्यों न हो।
मानक समय प्रायः एक मध्य देशान्तर रेखा का स्थानीय समय से निर्धारित किया जाता है।
भारत में भारतीय मानक समय (IST) 82.5 डिग्री पूर्वी देशान्तर पर आधारित है जो, भारत के मध्य से गुजरती है।
(शेष उत्तर छात्रों द्वारा किया जाए।
प्रश्न 6. दिल्ली और बेंगलुरु के अक्षांश क्रमशः 29 उ. और 13° उ. है और उनका देशान्तर लगभग 77° पू. एक ही है।दोनों नगरों के बीच स्थानीय समय में कितना अन्तर होगा ?
उत्तर-पृथ्वी को 24 समय क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।यह विभाजन पृथ्वी के लगभग 24 घंटे में 360 डिग्री घूमने के लिए जिम्मेदार है, जिसके परिणामस्वरूप हर 15 डिग्री देशान्तर के लिए एक घंटे का समय अन्तर होता है।चूँकि दिल्ली और बेंगलुरु दोनों शहर एक देशान्तर पर स्थित है इसलिए वे एक ही समय क्षेत्र में आते हैं।देशान्तर के कारण उनके बीच स्थानीय समय का अन्तर शून्य है, क्योंकि वे एक ही मध्याह्न रेखा पर स्थित हैं।
प्रश्न 7. निम्नलिखित कथनों पर सही या गलत का चिह्न लगाइए और इसे एक या दो वाक्यों में से समझाइए।
1. अक्षांशों के सभी समानान्तरों की लम्बाई समान होती है।
उत्तर- गलत। क्योंकि सभी अक्षांशों के समानान्तरों की लम्बाई समान नहीं होती। ध्रुवों की ओर जाने पर लम्बाई क्रमशः कम होती जाती है।
2. देशान्तर के एक याम्योत्तर की लम्बाई भूमध्य रेखा की आधी होती है।
उत्तर- गलत। देशान्तर रेखाएँ भूमध्य रेखा से धुवों की ओर जाती है और उनकी लम्बाई समान होती है।
3.दक्षिण ध्रुव का अक्षांश 90° द. है।
उत्तर-सही। दक्षिणी ध्रुव का अक्षांश 90° दक्षिण होता है।
4.असम में स्थानीय समय और आई.एस.टी.(भारतीय मानक समय) एक ही है।
उत्तर - गलत। क्योंकि भारत का मानक समय 82.5 डिग्री पूर्वी देशान्तर के अनुसार उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से होकर गुजरती है।
5.समय क्षेत्र को पृथक् करने वाली रेखाएँ देशान्तर के याम्योत्तर के समान होती है।
उत्तर- गलत। ये रेखाएँ समान नहीं होती क्योंकि समय क्षेत्रों को अलग करने वाली रेखाएँ प्रायः देश की सीमाओं, भौगोलिक दशा, सामाजिक-आर्थिक कारकों के आधार पर समायोजित की जाती है।
6.भूमध्य रेखा एक अक्षांश वृत्त भी है।
उत्तर-सही। भूमध्य रेखा पृथ्वी के बीच से होकर गुजरने वाली एक काल्पनिक रेखा है।
प्रश्न 8. नीचे दी गई शब्द पहेली को हल कीजिए। (ध्यान दें- इस पहेली को हल करने के लिए अंग्रेजी भाषा के शब्दों का उपयोग कीजिए)।
बाएँ से दाएँ
1.मानचित्र में एक वृहद् क्षेत्र को लघु रूप में दिखाना। (WORLD)
4.एक सुविधाजनक गोलाकार। (GLOBE)
5. सबसे लम्बी समानांतर अक्षांश रेखा। (EQUATOR)
6.वह स्थान जहाँ से प्रमुख याम्योत्तर गुजरती है। (GREENWICH)
8. मार्ग को खोजने का सरल साधन। (MAP)
10. भूमध्य रेखा से दूरी का एक माप। (LATITUDE)
ऊपर से नीचे
2. प्रमुख याम्योत्तर से दूरी का एक माप। (LONGITUDE)
3. ये दोनों मिलकर एक स्थान का पता लगाने में सहायक होते हैं। (COORDINATES)
6. जो अक्षांश और देशान्तर मिलकर बनाते हैं। (GRID)
7. वह समय, जिसका हम भारत में अनुसरण करते हैं। (IST)
9. विश्व के शीर्ष पर। (POLE)
11. एक रेखा के लिए शब्द संक्षेप, जिसके आर-पार दिन और तिथि में परिवर्तन होता है। (IDL)